पहलगाम हमले के बाद रिट्रीट सेरेमनी में बदलाव: भारत ने दिखाई सख्ती, प्रतीकात्मक मेलजोल पर रोक
अटारी, 24 अप्रैल — जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सीमावर्ती रिट्रीट सेरेमनी में प्रतीकात्मक मेलजोल को कम करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय अटारी, हुसैनीवाला और सादकी (पंजाब) बॉर्डर पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी में तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
विदेश मंत्रालय और सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा लिए गए इस निर्णय को भारत की गंभीर प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है, जो सीमा पार से हो रहे हमलों के प्रति उसकी असहिष्णुता को दर्शाता है।
भारतीय गार्ड कमांडर और पाकिस्तानी समकक्ष के बीच प्रतीकात्मक हाथ मिलाना अब स्थगित रहेगा।
समारोह के दौरान भारत और पाकिस्तान की सीमा पर मौजूद फाटक (गेट्स) बंद ही रहेंगे।
भारत ने स्पष्ट किया है कि यह कदम शांति की इच्छा के बावजूद उकसावे की कार्यवाहियों के प्रति उसकी सख्त नीति को दर्शाता है। अधिकारियों ने कहा कि यह फैसला अस्थायी है, लेकिन जब तक सीमा पार से आतंकवाद का खतरा बना रहेगा, तब तक ऐसे कूटनीतिक-सांस्कृतिक संपर्कों को सीमित रखना ज़रूरी है।
पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों के सम्मान में यह बदलाव उनकी याद और सुरक्षा के लिए एक संकल्प के रूप में भी देखा जा रहा है।
यह घटना और उस पर भारत की प्रतिक्रिया यह संदेश देती है कि जब तक शांति की वास्तविक मंशा दोनों ओर से नहीं होगी, तब तक पारंपरिक मैत्री प्रदर्शन नहीं हो सकते।