पटियाला, 4 मई – पंजाब में नशे के खिलाफ छेड़ी गई जंग अब निर्णायक मोड़ पर है। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने यह बात स्पष्ट रूप से कही।
चीमा ने बताया कि आम आदमी पार्टी सरकार को राज्य भर से जनसमर्थन मिला है। इसके विपरीत, पिछली सरकारों ने नशा तस्करों को संरक्षण दिया।
उन्होंने कहा, “हमने नशा तस्करों के घर भी तोड़े और हौसले भी।” इसलिए अब लोग खुलकर इस मुहिम का हिस्सा बन रहे हैं।
पटियाला में आयोजित जनसभा में हज़ारों लोगों ने शपथ ली। “बोले सो निहाल, सत श्री अकाल” के जयकारों से माहौल गूंज उठा।
चीमा ने कहा, “यह अब सरकारी नहीं, जन आंदोलन बन चुका है।” लोग नशे के खिलाफ अब खुद आगे आ रहे हैं।
चीमा ने चेतावनी दी कि नशा तस्करी से जुड़े किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाएगा। यह चाहे कोई नेता हो, अफसर या आम नागरिक।
उन्होंने दोहराया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में सख़्त कार्रवाई की जा रही है। अब पंजाब को पहला नशा मुक्त राज्य बनाना लक्ष्य है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि सरकार पुनर्वास और रोज़गार को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा, “नशा छुड़ाओ अभियानों से मांग में गिरावट आई है।”
इसके साथ ही, सप्लाई लाइन भी टूट रही है। अब ड्रोन आते हैं लेकिन लेने वाले नहीं मिलते।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि विधायक और नेता 7 मई से गाँव-गाँव पहुंचेंगे। वह “युद्ध नशों के विरुद्ध” को हर घर तक ले जाएंगे।
उन्होंने नशा तस्करों को साफ संदेश दिया—या तो पंजाब छोड़ें, या काला कारोबार बंद करें। इस चेतावनी से भीड़ ने ज़ोरदार समर्थन जताया।
पूर्व मंत्री ब्रह्म शंकर जिम्पा ने लोगों से सामाजिक बहिष्कार की अपील की। उन्होंने कहा कि नशा बेचने वालों को समाज में जगह नहीं मिलनी चाहिए।
आप नेता जगदीप सिंह जग्गा ने बताया कि मोर्चे की गतिविधियाँ तेज़ की गई हैं। इसका असर अब ज़मीनी स्तर पर दिखने लगा है।
डीआईजी डॉ. नानक सिंह ने बताया कि पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे 9779100200 पर जानकारी साझा करें।
डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव ने कहा कि प्रशासन पूरी तरह तैयार है। गाँव और वार्ड डिफेंस समितियाँ अभियान को मजबूत बना रही हैं।
कार्यक्रम में कई विधायक, ज़िला अधिकारी, पार्षद और पार्टी वॉलंटियर्स शामिल हुए। सबने मिलकर नशे के खिलाफ अभियान को जन आंदोलन का रूप देने का संकल्प लिया।