चंडीगढ़, 14 मई 2025:
देशभर के लाखों छात्रों के लिए प्रेरणा बनकर उभरीं 17 वर्षीय कैफ़ी, जिन्होंने CBSE 12वीं के बोर्ड परीक्षा में 95.6% अंक प्राप्त किए हैं। एक एसिड अटैक सर्वाइवर और दृष्टिबाधित छात्रा होते हुए भी कैफ़ी ने न केवल समाज की सोच को बदला, बल्कि यह साबित कर दिखाया कि कठिन से कठिन हालात भी इंसान की लगन और मेहनत के आगे झुक जाते हैं।
कैफ़ी ने बताया, “मैं हरियाणा के हिसार की रहने वाली हूं। 10वीं कक्षा में भी मैंने 95.2% अंक प्राप्त किए थे। मैं एक एसिड अटैक पीड़िता हूं और मेरा लक्ष्य IAS अधिकारी बनना है।” उन्होंने आगे कहा कि दृष्टिबाधित होने के कारण पढ़ाई में कई मुश्किलें आईं, लेकिन उनके माता-पिता और शिक्षकों का साथ उन्हें हर चुनौती से उबारता रहा।
कैफ़ी ने अपनी पढ़ाई का ज़िक्र करते हुए बताया कि ऑडियो फॉर्मेट और ब्रेल पाठ्यपुस्तकों की मदद से उन्होंने अपनी तैयारी की। “मेरे लिए किताबों को सुनना और समझना ही मेरा क्लासरूम था,” उन्होंने भावुक होकर कहा।
उनकी इस उपलब्धि पर स्कूल और परिवार में खुशी की लहर है। उनके पिता ने कहा, “कैफ़ी शुरू से ही मेहनती रही है, लेकिन हम सोच भी नहीं सकते थे कि वह इतनी बड़ी कामयाबी हासिल करेगी।”
कैफ़ी की सफलता केवल शैक्षणिक नहीं है, यह उन सभी लड़कियों और महिलाओं के लिए एक संदेश है जो किसी ना किसी रूप में अत्याचार या असमानता का शिकार रही हैं। उन्होंने यह दिखा दिया कि एक घटना किसी का जीवन रोक नहीं सकती — यदि संकल्प मज़बूत हो, तो रास्ते खुद बनते हैं।
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#WATCH चंडीगढ़: चंडीगढ़ की एसिड अटैक सर्वाइवर 17 वर्षीय कैफ़ी ने CBSE 12वीं में 95.6% अंक प्राप्त किए हैं, वह आईएएस अधिकारी बनना चाहती है।
कैफ़ी ने कहा, "मैं हरियाणा के हिसार की रहने वाली हूं। सीबीएसई बोर्ड के हालिया नतीजों में मैंने 12वीं में 95.6% अंक प्राप्त किए हैं। 10वीं… pic.twitter.com/coXNAe6CTH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 14, 2025