लद्दाख को अलग राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर लेह में बड़े पैमाने पर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए हैं। इन प्रदर्शनों के दौरान 4 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी कार्यालय में आगजनी की और पुलिस पर पथराव भी किया। हिंसा के बाद, 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है।
लद्दाख के लोग लंबे समय से अलग राज्य का दर्जा और विशेष संवैधानिक सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। इसी मांग के समर्थन में, लेह एपेक्स बॉडी (LAB) की युवा शाखा ने 10 सितंबर से भूख हड़ताल शुरू की थी। सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक भी इस आंदोलन का हिस्सा थे और उन्होंने भी भूख हड़ताल की थी।
हिंसक प्रदर्शन तब भड़के जब दो प्रदर्शनकारियों को तबीयत बिगड़ने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद बंद का आह्वान किया गया, जिसने हिंसक रूप ले लिया। भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके जवाब में पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने और लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा।
उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने प्रदर्शन को भड़काया है, वही इन मौतों के लिए जिम्मेदार हैं और इस तरह की हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।