**कुपोषण पर कांग्रेस का वार: “भारत का गरीब और गरीब हुआ है”, प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार को घेरा**
**नई दिल्ली, 8 जून 2025:**
विश्व बैंक द्वारा जारी गरीबी रेखा के नए मानकों में भारत की स्थिति में सुधार दिखाए जाने पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि “आंकड़ों में सुधार दिखाया गया है, लेकिन ज़मीनी सच्चाई इसके बिल्कुल विपरीत है।”
प्रमोद तिवारी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में समाज के कमजोर वर्गों के बच्चों में कुपोषण के मामलों में भारी वृद्धि दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि 2015-16 में अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के बच्चों में कुपोषण की दर 60.5% थी, जो 2019-21 के बीच बढ़कर 70.3% हो गई। इसी प्रकार, पिछड़ा वर्ग (BC) में यह आंकड़ा 63.3% से बढ़कर 73.9% हो गया, जबकि अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में यह दर 58.6% से बढ़कर 66% हो गई।
कांग्रेस नेता ने कहा, “इन तीन प्रमुख सामाजिक वर्गों में कुपोषण के मामलों में 10 से 12% की बढ़ोतरी बेहद चिंताजनक है। यह दिखाता है कि भारत का गरीब पहले से ज्यादा गरीब हो गया है। वह अपने बच्चों को ठीक से खाना तक नहीं खिला पा रहा है।”
तिवारी ने कहा कि यह स्थिति केंद्र सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। उन्होंने मांग की कि सरकार इन आंकड़ों का जवाब दे और गरीबों के पोषण और जीवनस्तर सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए।
गौरतलब है कि हाल ही में विश्व बैंक ने अपने ताज़ा आकलन में भारत की गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों की संख्या में कमी दिखाने का दावा किया था, जिसे लेकर राजनीतिक विवाद तेज हो गया है।
#WATCH | दिल्ली: कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने विश्व बैंक द्वारा जारी गरीबी रेखा के नए मानकों में भारत की स्थिति सुधरने पर कहा, “…सुधार दिखाया गया है लेकिन सच्चाई इसके बिल्कुल उलट है, मैं आंकड़े दे रहा हूं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बताया है कि कमजोर वर्ग के बच्चों में मोदी… pic.twitter.com/eZcXRV6Fcl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 8, 2025