जेंसोल इंजीनियरिंग में नेतृत्व संकट: दो माह में ही CFO जबीरमहेंदी मोहम्मदरजा आगा ने दिया इस्तीफा
SEBI की कार्रवाई के बाद बढ़ा संकट, कंपनी के शीर्ष अधिकारी लगातार दे रहे हैं इस्तीफा
क्लीन एनर्जी सेक्टर की जानी-मानी कंपनी जेंसोल इंजीनियरिंग इस समय भीतरी उथल-पुथल और नियामकीय जांच के गंभीर दौर से गुजर रही है। इस बीच, कंपनी को एक और झटका तब लगा जब इसके मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) जबीरमहेंदी मोहम्मदरजा आगा ने महज दो महीने में ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
स्टॉक एक्सचेंज में दाखिल एक आधिकारिक फाइलिंग में कंपनी ने आगा के इस्तीफे की पुष्टि की है। इससे पहले इसी महीने कंपनी के प्रबंध निदेशक अनमोल सिंह जग्गी और पूर्णकालिक निदेशक पुनीत सिंह जग्गी भी अपने पदों से हट चुके हैं। यह सभी इस्तीफे उस समय सामने आए हैं जब भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने 15 अप्रैल को एक अंतरिम आदेश जारी कर जग्गी भाइयों को किसी भी प्रमुख प्रबंधकीय पद पर काम करने और प्रतिभूति बाज़ार में हिस्सा लेने से रोक दिया था।
SEBI की इस सख्त कार्रवाई ने न सिर्फ जेंसोल की साख पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि इससे कंपनी के नेतृत्व ढांचे में भी लगातार अस्थिरता देखने को मिल रही है। लगातार हो रहे उच्च-स्तरीय इस्तीफों से निवेशकों में अनिश्चितता का माहौल है और कंपनी की भविष्य की दिशा को लेकर चिंताएं गहराती जा रही हैं।
कंपनी की ओर से CFO के इस्तीफे का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है, लेकिन बाजार विश्लेषकों का मानना है कि SEBI के आदेश के बाद जेंसोल के गवर्नेंस मॉडल और प्रबंधन पर गहरे सवाल उठे हैं।
अब देखना होगा कि कंपनी किस तरह इस संकट से उबरती है और अपने परिचालन व छवि को दोबारा स्थिर करती है।