चंडीगढ़, 15 मई — रबी विपणन सीजन 2025-26 के दौरान हरियाणा में गेहूं की खरीद ने नया रिकॉर्ड बनाया है। 1 अप्रैल से 14 मई तक कुल 74.95 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है।
इसमें से 72.90 लाख मीट्रिक टन केंद्र सरकार के लिए था। वहीं, 2.05 लाख मीट्रिक टन सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के लिए लिया गया।
अब तक 73.03 लाख मीट्रिक टन गेहूं का उठान हो चुका है। यह कुल खरीद का 97.40% है, जो एक बड़ी उपलब्धि है।
राज्य में चार खरीद एजेंसियों ने यह कार्य किया। इनमें खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, हैफेड, हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन और भारतीय खाद्य निगम शामिल हैं।
अब तक 4,68,636 किसानों से गेहूं खरीदा गया है। इसके अलावा, उनके खातों में ₹16,462.70 करोड़ सीधे ट्रांसफर किए गए हैं।
पिछले वर्षों के मुकाबले, इस बार की खरीद सबसे अधिक है:
2022-23: 41.85 लाख मीट्रिक टन
2023-24: 63.17 लाख मीट्रिक टन
2024-25: 71.50 लाख मीट्रिक टन
2025-26: अब तक 74.95 लाख मीट्रिक टन
इससे साफ है कि हर साल खरीद में वृद्धि हो रही है।
इसके अलावा, सरसों की खरीद भी सुचारू रही। यह 15 मार्च से 1 मई तक हुई।
हैफेड और हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन ने यह प्रक्रिया संभाली। अब तक 7.74 लाख मीट्रिक टन सरसों का उठान हो चुका है।
राज्य सरकार ने 2,59,400 किसानों से सरसों खरीदी। उनके खातों में ₹4,312.52 करोड़ की राशि भेजी गई।
हालांकि, पिछले वर्ष 11.04 लाख मीट्रिक टन सरसों खरीदी गई थी। इस बार थोड़ा कम है, पर भुगतान तेज़ और पारदर्शी रहा।